सर्दियों की ठिठुरती रातों में मैंने रज़ाई भी | English Shayari

"सर्दियों की ठिठुरती रातों में मैंने रज़ाई भी ओढ़कर देखी है, तुम्हारी यादें मुझे वहाँ भी ढूंढ लेती हैं... ©Deepak Kumar 'Deep'"

 सर्दियों  की  ठिठुरती  रातों  में 
मैंने  रज़ाई भी  ओढ़कर देखी  है,
  तुम्हारी यादें मुझे वहाँ भी ढूंढ लेती  हैं...

©Deepak Kumar 'Deep'

सर्दियों की ठिठुरती रातों में मैंने रज़ाई भी ओढ़कर देखी है, तुम्हारी यादें मुझे वहाँ भी ढूंढ लेती हैं... ©Deepak Kumar 'Deep'

#Winters

People who shared love close

More like this

Trending Topic