2122 1212 22
दर्दे दिल बेहिसाब मत देना
बेवफा का ख़िताब मत देना
मांगे कोई सबूत गर तुम से
बोल संगदिल जवाब मत देना
प्यासे है एक अरसे से हम भी
तुम पिला जामे आब मत देना
आ दिखाऊँ में ज़ख्म दिलके ये
देख कर तुम हिसाब मत देना
कहदे जो कोई शिक्वे है हमसे
ला इलाजे जवाब मत देना
प्यार झूठा हो गर तिरे दिल में
अपने हाथों गुलाब मत देना
( लक्ष्मण दावानी )
18/11/2016
©laxman dawani
#UskeSaath #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge