गमों की बारिश में जब कभी भीगो तुम तो मैं तुम्हें ख | हिंदी Love
"गमों की बारिश में जब कभी भीगो तुम तो
मैं तुम्हें खुशियों का छाता लिए खड़ा मिलूंगा
मेरी खुशियों की ओट में तुम्हें छिपाकर मैं
तुम्हारे ग़मों की बारिश में भीगने का मजा लूंगा
-📝 शब्दोंकीनगरी"
गमों की बारिश में जब कभी भीगो तुम तो
मैं तुम्हें खुशियों का छाता लिए खड़ा मिलूंगा
मेरी खुशियों की ओट में तुम्हें छिपाकर मैं
तुम्हारे ग़मों की बारिश में भीगने का मजा लूंगा
-📝 शब्दोंकीनगरी