परिस्थिति के अनुसार स्वयं में बदलाव सामाजिक कार्य | हिंदी Life

"परिस्थिति के अनुसार स्वयं में बदलाव सामाजिक कार्य में निस्वार्थ भाव और दूसरों से कोई भी उम्मीद नहीं रखना खुशहाली का मूल मंत्र होता है... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73"

 परिस्थिति के अनुसार स्वयं में बदलाव 
सामाजिक कार्य में निस्वार्थ भाव और 
दूसरों से कोई भी उम्मीद नहीं रखना
 खुशहाली का मूल मंत्र होता है...
 -वेद प्रकाश

©VED PRAKASH 73

परिस्थिति के अनुसार स्वयं में बदलाव सामाजिक कार्य में निस्वार्थ भाव और दूसरों से कोई भी उम्मीद नहीं रखना खुशहाली का मूल मंत्र होता है... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73

#आज_का_विचार

People who shared love close

More like this

Trending Topic