खुद को याद दिलाते रहिए
जीवन गाथा गाते रहिए
रिश्तों के नाजुक बंधन हैं
थोड़ा प्यार जताते रहिए
जो तुमसे रूठे बैठे हैं
बार बार मनाते रहिए
दूरी यदि ज्यादा हो जाये
अपने पास बुलाते रहिए
भले कभी सच न हो पाएं
खुद को स्वप्न दिखाते रहिए
- 1 अगस्त, 2021
©Ashwani Dixit
#alone