White ये बातें इश्क की गुस्ताख है ,
गुज़ारिश –हमारी पे छोड़ दीजिए।
यह चेहरे पे मासूमियत की नुमाइशें ,,,जो करते हो
जनाब ....छोड़ दीजिए।
बिखरे है तिनकों में जहां भी हम
हमे...उसी फर्श पे छोड़ दीजिए।
मेहखानो से उठाके घर तक न छोड़िए
हम छोड़ दे जहान को जहां...बस वही तक छोड़ दीजिए।
©abadplayer
#rajdhani_night