तोड़ डालो उम्मीदों का गुरूर
ध्वस्त कर दो सपनों के मकान
पाई-पाई नोंच लो कमाई की
बुलडोजर से रौंदकर दो इनाम
लटका दो ताले न्यायालय पर
हर इंसाफ अब बुलडोज होगा
जब नई नस्लें आयेंगी हमारी
शर्म उनको हम सब पर होगा
कहना हम चुप थे क्योंकि
ये ‘उनका’ था मकान
मजा आ रहा था हमें
मर चुका था ईमान.... !!!!
©Saeed Anwar
#TereHaathMein