White रात संभलते संभलते नजर आएं
मदहोशी में वो अपने घर आएं
आंखों में आसूं होंठों पे हंसी
ऐसे लगा कि वो दर्द से उबर आएं
कुछ जगी है उनमें उम्मीद कहीं
वो आज दीया जलाते नजर आएं
लगता है वो शहरों को समझ गये
आज वो अपने गांव को लौट आए
©dharmendra kumar yadav
#love_shayari