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"बंदूक की गोलियों से कभी नहीं डरें ना किसीं तलवार ने वार किए आपके कलम से निकले हर एक लब्ज की आहत तो देखो हम कितने घायल हुए ©Vinay Sonawane "
बंदूक की गोलियों से कभी नहीं डरें ना किसीं तलवार ने वार किए आपके कलम से निकले हर एक लब्ज की आहत तो देखो हम कितने घायल हुए ©Vinay Sonawane
अब्ज की आहत #कविता #शायरी #गजल
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