Beautiful Moon Night घूम घूम सब देख लियो,
तब जाके ये लेख लिखो,,
स्वारथ के सब अधीन रे बन्दे,
सांचों को पूछो न कोय। ।
झूठों का मान बढ़े है,
किनारे बैठ ईमान रोय ।।
भले की कोठरी खाली,
हाथ गयो उसके बाँध,,
क्या घनघोर कलयुग आयो,
मानुष गयो सब बेड़ी लांघ। ।
करे हरदम जुगती धन की,
फिर भी मन भरे न ढेर,,
सारी उम्र एड़ी घिसे,
अकेले जग में रह गयो शेर। ।
रगड़ रगड़ तन सुघरायो ,
मैली अपनी साख दिखलायो ,,
भ्रमर बन डाली डाली मडरायो,
अंत समय में कछु न साथ आयो। ।
written by संतोष वर्मा azamgarh वाले
खुद की जुबानी। ।
©Santosh Verma
#सत्य ###