धूप-छाँव में किसे चुनें हम, मन का अन्तर्द्वन्द यही था। लिखना या रोजी की चिन्ता दोनों का पथ एक नहीं था। ©अरुण शुक्ल ‘अर्जुन' Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto