आसमा में उङा,जब परिंदा बना , रेंगा धरती पर जब भी स | हिंदी कविता Video

"आसमा में उङा,जब परिंदा बना , रेंगा धरती पर जब भी सरीसृप बना, ऊँची लहरों से टकराना मुश्किल नहीं , मैं किनारे खङा तनकर,बन वट-तना ।। पुष्पेन्द्र "पंकज" ©Pushpendra Pankaj "

आसमा में उङा,जब परिंदा बना , रेंगा धरती पर जब भी सरीसृप बना, ऊँची लहरों से टकराना मुश्किल नहीं , मैं किनारे खङा तनकर,बन वट-तना ।। पुष्पेन्द्र "पंकज" ©Pushpendra Pankaj

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