हवाएं चलती रही मुसलसल ही मुखालिफ पर मैं खड़ा रह | हिंदी Poetry

"""हवाएं चलती रही मुसलसल ही मुखालिफ पर मैं खड़ा रहा मज़बूत शजर की मानिंद"" ©Atiff Ashraff"

 ""हवाएं चलती रही मुसलसल ही मुखालिफ

पर मैं खड़ा रहा मज़बूत शजर की मानिंद""

©Atiff Ashraff

""हवाएं चलती रही मुसलसल ही मुखालिफ पर मैं खड़ा रहा मज़बूत शजर की मानिंद"" ©Atiff Ashraff

#confidence

People who shared love close

More like this

Trending Topic