*ब्रह्मांड की बीज हैं .... स्त्रियाँ*
स्त्रियां...जहाँ भी जाती हैं
वहीँ .... बना लेती है अपना घर
और...जो पूर्ण नहीं होता
अपने त्याग और प्रेम से ...
कर देती है सम्पूर्ण
स्त्रियां खुद हीं बीज है
जो अंकुरित होकर जीवन बनाती है
अपने... विषम वातावरण में भी
लक्ष्मी हो जाने से पहले भी
और...
सम्पूर्ण मरुस्थल बन जाने से बाद भी....
ब्रह्मांड की बीज हैं स्त्रियाँ ।
प्रकाश मणि "प्रबोध"
#स्त्रियां_बीज_हैं