इज़हार-ए-मोहब्बत सरे आम कर दूँ ,
चाहतों से अपनी तुम्हारा जाम भर दूँ,
वैसे तो हम हमेशा से तुम्हारे ही रहे हैं,
कहो तो ये बताके किस्सा आम कर दूँ।
©Shubham Saxena
इज़हार-ए-मोहब्बत सरे आम कर दूँ,
चाहतों से अपनी तुम्हारा जाम भर दूँ,
वैसे तो हम हमेशा से तुम्हारे ही रहे हैं,
कहो तो ये बताके किस्सा आम कर दूँ।
#kitaab
#ShubhamKiKalamSe