इज़हार तुम्हारे दिल में क्या है मुझे नहीं जानना
तुम्हारे दिल में कौन है मुझे नहीं जानना
बस इतना बता दो तुम वही हो जिसकी मुझे तलाश है
फिर तुम्हारा फैसला जो भी हो मुझे नहीं जानना
इतना सब के जाने के बाद भी तुम्हें पाने या ना पाने की
हसरत नहीं है क्योंकि तुमसे प्यार करने के लिए मूझे
तुम्हारी ही जरूरत नहीं है मेरा यकीन मानो मैं तुमसे दूर रहकर भी खुश रह सकता हूं तुम्हारी आंखों में पानी भरा हुआ है में उसमें किसी बेसूद मछली सा बह सकता हूं
तुम्हारे लिए कुछ घंटे क्या पूरी जिंदगी कर सकूं ये वो
इंतजार है
हां यह सच है मुझे तुमसे एक तरफा प्यार है
©Amit Singh Chauhan
#dilkibaat