मुझे आज तक ये समझ नहीं आयी कि ये औरतें
अपना नग्न शरीर कीनुमाइश दूसरो के सामने क्यूँ और
किस लिए दिखाती हैं।
हम अपने संस्कार और संस्कृती भूल गए हैं।
लड़कियो के अनावश्यक नग्नता वाली पोशाक में
घूमने पर तर्क है....
इन कपड़ो के पीछे
कुछ लड़कियां कहती है कि
हम क्या पहनेगे ये हम तय करेंगे....
पुरुष नहीं.....
जी बहुत अच्छी बात है.....
आप ही तय करे....
लेकिन कुछ पुरुष भी कहते है हम
किस लड़कियों का सम्मान/मदद करेंगे
ये भी हम तय करेंगे,
स्त्रीयां नहीं....
और हम किसी का सम्मान नहीं करेंगे
इसका अर्थ ये नहीं कि हम उसका अपमान करेंगे
फिर कुछ विवेकहीन लड़किया कहती है कि
हमें आज़ादी है अपनी ज़िन्दगी जीने की.....
to be। continue...........…
©sabr
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