प्रेम
तुजसे ही प्रीत लगा बैठे
तुझसे ही मेरी सुबह-शाम
तुझसे ही मन मीत मिल गया
तू ही मेरा सूरज है
तू ही मेरा चंदा
तू ही मेरा सब-कुछ
में ही तेरा सब-कुछ
जीवन के इस दौर में तू मेरा साथी बन बैठा
हाथ पक्कड़ मेरा दामन भर दिया
इस जीवन को तुजे सपमर्पित कर दिया
में तेरा बन गया - तू मेरा बन गया
कहा से सुरु करू कहा से खत्म
तुजसे ही सुरु ,तुझसे ही खत्म
आंखे मेरी जहाँ जाए
वहां-वहां तू ही नज़र आये
तेरी नटखट सी अदा पे मोहित हो गया
तेरी मुस्कान मुझे तेरी ओर पुकारे
ना जाने कोनसा जादू कर दिया तूने
में तेरे रंग में रंग गया
तुझ संग बिताना चाहू जन्मों-जन्म
तेरे संग में खुद को भूल गया
में तेरा प्रेम का पुजारी बन गया
इस रिश्ते का नाम मेने "प्रेम" रख दिया
ना कोई शिकायत है तुजसे
ना कोई चाहत है तुजसे
है तो सिर्फ प्रेम है
कब मेरी सांसो की धड़कन बन गए आप
ना जाने कब मेरा ह्रदय आपका हो गया
तुझसे प्रेम कर बैठे
तू ही मेरा मन मित , मेरा प्रेम बन गए
©Nikhalesh Maheshwari Shah Nik
#moonnight #प्रेम (में ओर मेरे एहसास)