White "खामोशियां बोलती हैं"
खामोशियों में छुपा एक गहरा राज है,
दिल का हर जख्म जैसे आवाज है।
सुनने वाला कोई नहीं इस भीड़ में,
पर ये खामोशी भी अब मेरे साथ है।
हर लम्हा सवाल करता है मुझसे,
क्या गलती थी मेरी जो ये सजा मिली है?
किसी अपने से उम्मीद थी कभी,
पर अब तन्हाई मेरी हमसफर बनी है।
दुनिया के मेले में मैं अकेला खड़ा हूं,
अपने ही साए से आज डरा हुआ हूं।
पर ये दर्द भी मेरा एक हिस्सा है,
जो हर दिन मुझे जीने का सबक देता है।
©Ashish Bhagat
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