यादों की एक शाम"
आज का दिन वही तारीख वही है
मिली थीं मोहब्बत जहां मंजिलें हमको।
ज़मीं पे आसमां से चांद उतर आया
था, हुआ था जन्नतए हासिल मुकाम हमको।
भले ही ख्वाब में देखा हो नज़ारा, उसी
बर्बाद मोहब्बत के नाम," यादों की एक शाम"
©Anuj Ray
# यादों की एक शाम"