जिसका जो धर्म है वो उसको माने और बहेतर इंसान बने
दूसरो को ना बताए की क्या करना हे
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ऋषिकेश के घाट पर बहुत खूबसूरत दो पंक्तिया लिखी है
कृपया ज्ञान ना दे , यहा सब ज्ञानी है
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हम धर्म की चिंता ना करे अपनी चिता करे
हमारा धर्म हमारी भीतर है
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वो उग्र बनारहा है, हिंसक बनारहा है या मानवी बना रहा है
वो कोन सा धर्म है जो हमारे भीतर डर पैदा कर रहा है
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हिंदू खतरे में है, मुस्लिम खतरे में है
कुछ खतरे में नही है हमारी राष्ट्रीयता खतरे में है
©HARIBHAI GOHIL
#Sonbhadra