Makar Sankranti Messages मकर संक्रांति आई है खुशी से,
उड़ रहे हैं पतंगे आसमान में,
सूरज की किरणें छूने चलीं,
धरती भी नाचे है गुमान में।
तिल गुड़ का मीठा स्वाद है,
खुशियों की रुत फिर आ गई,
हर दिल में नई उम्मीदें,
नई राहों पर उड़ान भर गई।
आओ सब मिलकर मनाएं,
संक्रांति का पर्व सुखद हो,
सभी को प्रेम, शांति और समृद्धि,
यह संकल्प हम सब लें, हर रोज़ हो।
©Ajita Bansal
#MakarSankranti2025
मकर संक्रांति आई है खुशी से,
उड़ रहे हैं पतंगे आसमान में,
सूरज की किरणें छूने चलीं,
धरती भी नाचे है गुमान में।
तिल गुड़ का मीठा स्वाद है,
खुशियों की रुत फिर आ गई,