Unsplash इंसान जब अंदर से टूट जाता हैं तो बहार से ख़ामोश हो जाता हैं...
बुरा वही बनता हैं जो अच्छा बनकर टूट जाता हैं...
वक़्त वक़्त की बात होती हैं वरना जो सुन सकता हैं, वो सुना भी सकता हैं...
इंसान तलवार से नहीं ताने से मर जाता हैं...
ज़हर मरने के लिए थोडा और जीने के लिए बहोत सारा पीना पड़ता हैं...l😥
©Durga Gautam
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