अब अंधेरा घिर जाए तो जुगुनू नहीं आते
अगर नींद न आए , तो सपने नही आते
एक अरसे से खाली पड़ा है कमरा मेरा,
सुना है, दौलत न हो तो अपने नही आते।
उनका भी दावा है, जिंदगी भर साथ चलने का
जो शाम ढल जाए, तो मिलने नहीं आते।
मुफ़लिसी में सपनों के घरोंदे भी टूट जाते हैं
मुद्दा-ए-बहस ये है कि , रहने नहीं आते।
✍️poetramashankar