محفل कुछ लोग कहते है,
मै ज़श्न दावत मे गया था।
तो कुछ का कहना है,
मैं पागलपन के हद से गुजर रहा था।
दोस्तों....
अब कुछ मैं कहूं!
मैं अपनी मोहब्बत से आखि़री बार,
इकरार करने गया था।
मुमकिन-ए-हालात कुछ और था,
पर मैं अपने बचपन का जज़्बात लेकर गया था।
©Sanjay Manas
#محفل