किसी के दिल में
उम्मीदों की लहर बनना।
बन सको अगर तो
दिये का सफ़र बनना।
उम्र भी जलकर भी
देखो तो कैसा रौशन है?
अंधेरे में गैरों के भी
रौशनी का असर बनना।
हो सके तो गुमराहों के
रहबर तुम बनना।
ख़ुद को जलाकर
औरों की नज़र बनना।
©Jupiter and its moon
diye ka Safar