बहू बेटी का मान...
दान का मतलब सिर्फ itna कि दो और भूल जाओ
जैसे धन दान...या विद्या दान...
पर अगर कन्यादान का मतलब भी यही है कि
बेटी दो और भूल जाओ तो...
जाओ मैं नहीं manti किसी कन्यादान ko...
क्यो maanu..किसके लिए..बहू कोई चीज़ nahi जिसे m दान में लू...
नहीं ये मुझे हरगिज sawikar नहीं
बहू के रूप में मैं laungi लक्ष्मी...
बहू के रूप में मैं पाउंगी बेटी...
कैसे अपने घर की raunak को दान का नाम दे दूं...
कैसे अपनी समधियो से uss दान का मान ले लू...
नहीं ये मुझे हरगिज sawikar नहीं...
कहते हैं कन्या दान दुनिया का सबसे बड़ा दान है..
Jise देने वाले shayad तर jate होंगे...
पर m कैसे ऐसा दान ले लू..
Isey लेने वाले भी to bandh जाते होंगे..
©Prachii Deepak Goel
#akela #prachiideepakgoel