"जिस देश में सबकी अपनी भाषा है
सबकी एक आशा है
सबका अपना भेष है सबका एक ही देश है
सबकी अपनी संस्कृति है फिर भी कुछ विकृति है
सबका अपना खान-पान है सबका अपना परिधान है
ऐसे देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Ek sham"
जिस देश में सबकी अपनी भाषा है
सबकी एक आशा है
सबका अपना भेष है सबका एक ही देश है
सबकी अपनी संस्कृति है फिर भी कुछ विकृति है
सबका अपना खान-पान है सबका अपना परिधान है
ऐसे देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Ek sham