कमी है संस्कारों की या घर के निज़ाम की, नई पीढ़ी की हसरत है शोहरत और नाम की, कमाते हैं जो मेहनत से अदब से पेश आते हैं, कदाचार सिखा देती है ये दौलत हराम की। निज़ाम - प्रबंध कदाचार -बुरा व्यवहार ©Krishan Gopal Solanki #Light Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto