White इतना कड़वा बोलके क्या मिलता है?
अगर वो मेरे सानिध्य से बड़ा है
ज्यादा महत्व रखता है,
तो सिर्फ कड़वा ही बोलो।
अगर इसी से हर्ष मिलता है
तो यही विष मेरे कण कण में
जीवन में घोलो।
तार तार कर दो एक एक क्षण जो मुझे
हर्ष देते हों।
फाड़ दो वो हर कविता जो
मेरी याद दिलाती हो।
एकदम जला दो प्रेम की कोई भी है जो
गुंजाइश।
कर लो यही, अगर यही है
ख्वाइश।
कभी कहीं तो कर्म और वचन को समझो और तोलो।
इतना.......।
©mautila registan(Naveen Pandey)
#Irony