"रक्त कणों से लिखी गई अविस्मरणीय कहानी थी।
सिंहनी बनकर लड़की अकेली वह शक्ति स्वाभिमानी थी।।
कर दिया जिसने तन-मन अर्पण मातृभूमि के चरणों में।
कभी झुकी ना वो मर्दानी झांसी वाली रानी थी।।
पलक यादव 'प्रेरणा"
रक्त कणों से लिखी गई अविस्मरणीय कहानी थी।
सिंहनी बनकर लड़की अकेली वह शक्ति स्वाभिमानी थी।।
कर दिया जिसने तन-मन अर्पण मातृभूमि के चरणों में।
कभी झुकी ना वो मर्दानी झांसी वाली रानी थी।।
पलक यादव 'प्रेरणा