White किताबो मे पढा था मनुष्य पहले जानवर था अखबार पढ़कर महसूस होता है मनुष्य अब भी जानवर है, फर्क इतना है कि पहले की क्रूरता मजबूरी की बात थी और अब की क्रूरता मानसिकता की बात है। वेहसी थे लोग पहले मुख भोजन के लिए रहने का सलीका तक मालूम न था जिन्हें, करी उन्नति पाई तरकी इतनी अपनी जीवन शैली ही भूल गए ।
©Lovely Love
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