कुछ सवालों का जवाब अब मिल जाएगा.
कल एक सफर पूरा हो जाएगा..
इक ख्वाब, इक अफ़साना नया है...
जो जग कर रातों में आँखों ने देखा है...
देखना है वो किस मोड़ ले जाएगा ...
इक मंजिल..
इक सवेरा साथ ले कर आएगा..
या वो ख्वाब खुद कहीं गुम हो जाएगा...
अभय चतुर्वेदी (बेबाक मुसाफ़िर)
©बेबाक मुसाफ़िर
#cycle