White कलयुग का यह पाप काल है
राम सा कोई दिखा नहीं
सुग्रीव सा न कोई राजा है
बाली सा न कोई बलशाली
ना भरत लक्ष्मण से भाई रहे
ना मेघनाथ प्रतिभाशाली
ना बचे जटायु जामवन्त अब
ना बचे नील नल गौरवशाली
ना अंगद सा कोई मित्र है
न मार्गदर्शक संपाति
जला दिए इस साल भी पुतले
पर मन का रावण जला नहीं
सीता तो बहुत हैं संकट में
पर हनुमान कोई बचा नहीं
©Rish
#Dussehra