White क़दम हर क़दम दूर जाने लगे हैं।
अज़ब सा ये रिश्ता निभाने लगे हैं।।
कहते थे जिनके हैं ख़ास हम ही,
उन्हें आज हम ही बेगाने लगे हैं।।
मसरूफियत का बना कर बहाना,
मुझसे ही खुद को छिपाने लगे हैं।।
कटती हैं रातें मेरी जाग कर ही,
औरदिन भीये तन्हा से जाने लगे हैं।।
बिखर सा गया मैं मोहब्बत में उनकी,
वही दिल किसी का लुभाने लगे हैं।।
हुआ सामना तो कहा कुछ न मुझसे,
निगाहें मुझी से चुराने लगे हैं।।
अब दिल में कोई समाए न शायद,
हृदय" को वो यूं आजमाने लगे हैं।।
©Hriday_Creates
#goodnightimages