ये भी क्या कम है कि मोबाइल पे नेटवर्क हर बार जाता है,
जैसे ही बात जरूरी होती है, बस नेटवर्क ही कटा पाता है।
कस्टमर केयर वाले बस एक ही गीत गाते हैं बार-बार,
"थोड़ी देर बाद कोशिश करें, सब कुछ हो जाएगा साफ़-शफ़्फ़ाक़!"
ये भी क्या कम है कि हम फिर भी सबकुछ सहते जाते हैं,
जीवन की हंसी और दर्द को एक संग ही बुनते जाते हैं।
जैसे गा रहे हों ग़ज़ल, और सब सुन रहे हों धुन,
ये भी क्या कम है, जीवन में हर पल है मज़ाक और जुनून!
©Balwant Mehta
#Miracle