समझें।🤟😊👑❤️
विधि का समान संरक्षण-यानी संविधान कहता है लोग समान है लेकिन कोई पिछड़ा है कमजोर है उसके ऊपर कई बोझ डाले हुए है फिर भी उसे किसी सामान्य इंसान के साथ compare करे कि जिस पर बोझ लादा गया है वो कम सक्षम है, तो ये कोई मीटर नही हुआ योग्यता मापने का।
पहले दोनो को समान बोझ दो या समान छूट दो तब वे अपनी काबिलियत का सही रिजल्ट दे पाएंगे।
बेटा बेटी में भी यही होता है की बेटी पर घर की हार चोटी छोटी बात समाज की बात डालकर उसे कमजोर और भार तले दबा दिया जाता है मां पिता/परिवार के द्वारा फिर कहते है कि बेटी बेटे से कमजोर है।
ऐसे तो हर कोई कमज़ोर ही होगा।
बेटियो को आपके ज्यादा साथ की जरूरत नहीं है बस ये extra चीजे जो बेटी के साथ करते हो इनको हटाओ फिर देखो हर घर से राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री, मंत्री, डॉक्टर, शिक्षिका, निवेशक और जाने क्या क्या बेटियां ही होंगी।👑😊