अंदाज
यू तो बिजलिया गरजती है
डर जाये कोई उसकी आवाज से
तो कोई हो जाये आकर्षित
उसकी चमक-दमक से
घने बादल छाये इस बरसात मे
बारिश के साथ भिग जाये मन ये
अंदाज है सबके अलग अपने
भला हम किस किस को रोके
छोड दे अब सब पुराने वास्ते
खिल उठे हम भी इन बारिशो में
©Jaymala Bharkade
#बारिशें