छोटा था मुहल्ला मेरा
पर पूरा बिग बाजार था
उस मुहल्ले में इक पीपल का पेड़ था
जिसके आगे ac भी फेल था
छोटे छोटे घर था
पर हर आदमी बड़ा दिलदार था
कोयले के चूल्हे पर पकी कोई भी सब्जि रोटी खा लेता था
जिसके आगे नान और शाही पनीर बेकार था
मेरे मुहल्ले में घुसते ही इक नीम का पेड़ बड़ा लाजवाब था
जिसके गुण के आगे डेटॉल और सिनत्थाल बेकार था
छोटा था मुहल्ला मेरा
पर पूरा बिग बाजार था
©Manish Kumar gupta
#betrayal