तूने डाली मुझपे नजर मुझे इश्क हो गया
तेरे हुस्न का हुआ असर मुझे इश्क हो गया
तेरे गालों को चूम के जो में होठों पे आ गया
लगा जैसे आ गया मैं घर मुझे इश्क हो गया
जब झुकाई आंखे जुड़े को खोल के तुमने
फिर जुल्फों से उठी लहर मुझे इश्क हो गया
हो गया मालूम क्यों आशिकी है पागलपन
देखो मैं बन गया शायर मुझे इश्क हो गया
वक्त थम गया "कुलदीप" आसमां को देख कर
दिन में चांद आता नजर मुझे इश्क हो गया
©कुलदीप कुमार
#DhakeHuye