ग़ज़ल कभी  तुम  ,वहाँ   पहुँचे कभी   हम&

"ग़ज़ल कभी  तुम  ,वहाँ   पहुँचे कभी   हम  ,वहाँ  पहुँचे जहाँ  पहुंचना  था साथ पहुँचे मगर  , तन्हा पहुँचे क्या दुनिया,देखती भला दिखे  हमी,  जहाँ  पहुँचे सफर ,कठिन था बेशक अकेले कहाँ-कहाँ पहुँचे पहुंचना था ,  दिल तक रास्ते आसमाँ तक पहुँचे डॉ . आशा सिंह सिकरवार 'जाफ़रान ' ©Dr.asha Singh sikarwar"

 ग़ज़ल 

कभी  तुम  ,वहाँ   पहुँचे 
कभी   हम  ,वहाँ  पहुँचे 

जहाँ  पहुंचना  था साथ 
पहुँचे मगर  , तन्हा पहुँचे 

क्या दुनिया,देखती भला
दिखे  हमी,  जहाँ  पहुँचे 

सफर ,कठिन था बेशक
अकेले कहाँ-कहाँ पहुँचे 

पहुंचना था ,  दिल तक 
रास्ते आसमाँ तक पहुँचे 

डॉ . आशा सिंह सिकरवार 'जाफ़रान '

©Dr.asha Singh sikarwar

ग़ज़ल कभी  तुम  ,वहाँ   पहुँचे कभी   हम  ,वहाँ  पहुँचे जहाँ  पहुंचना  था साथ पहुँचे मगर  , तन्हा पहुँचे क्या दुनिया,देखती भला दिखे  हमी,  जहाँ  पहुँचे सफर ,कठिन था बेशक अकेले कहाँ-कहाँ पहुँचे पहुंचना था ,  दिल तक रास्ते आसमाँ तक पहुँचे डॉ . आशा सिंह सिकरवार 'जाफ़रान ' ©Dr.asha Singh sikarwar

#Flower #shayri #love #poetry #shayari #urdupoetry #lovequotes #quotes #hindiquotes #hindishayari

People who shared love close

More like this

Trending Topic