White रंगमंच जीवन बड़ा,नाच नचाए खूब।
हिम्मत जो रखता नहीं,हरदम जाता डूब।।१
कठपुतली केवल सभी ,खींच रहा वो डोर।
बंद हुआ तब नाचना,ऊपर से जब ज़ोर।।२
रंगमंच ये जो बना,मिला बहुत है रंग।
जीवन जीने को यहाँ,कितने होते ढंग।।३
रोता है कोई यहां,हँसता कोई यार।
दर्द प्रजा का देखके,खुश दिखे सरकार।।४
©Bharat Bhushan pathak
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