हज़ारो ख्वाहिशे अब है, की ख्वाहिश अब कोई ना हो, भले ये मौत मुक़्क़मल हो, तेरा दीदार मुक़्क़मल ना हो ©अधिवक्ता दीक्षित #paper Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto