White मां
****
मां तो हर परछाई में रहती एक दिवस में बंधी नहीं
मां के बिना सांस ना चलती अलग कभी वो हुई नहीं।।
मां है तो मानव का तन है जन्म मृत्यु तक साथ रहे
एक दिवस में मां मत बांधो क्यों अपना अपमान सहे।।
सुबह जगाने से लेकर लोरी गा हमें सुलाती है मां
अपने हाथों से कौर खिला उदर मेरा भर देती मां।।
दफ़्तर से जब घर आता फिर मुझको गले लगाती मां
मेहनत से थक जाऊं गर प्यार का मरहम लगाती मां।।
कोई यदि विपदा आ जाती तो विपदा को हर लेती मां
मेरे हरदम साथ में रहती मुझको सदा हंसाती है मां।।
©Nitin Arya Muntzir
#mothers_day