मुझे हर रोज़ नया जिस्म मिलता है' मैं हर रोज़ मुहब्बत को तरसता हूं" बे- इल्म की गमों शाम में ' मैं हद से ज्यादा गरजता हूं" बादलों सी बना ली हैं मैंने जिंदगी अपनी" मेरी जरूरत कहीं और है, मैं कहीं और जा के बरसता हूं। ©kessi dhaker #YouNme Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto