थोड़ी खामोशियां और आंखों में आंसू लिये,
मेरा दिल उसके दिल की नगरी से चल दिये।
मोहब्बत कर के बेपनाह मुझसे,
वो किसी और के घर बसाने चल दिये। ।
कुछ भी हो जाए तेरे साथ रहूंगी कहने वाले,
घर वाले नहीं मान रहे ये कह कर इरादे बदल दिये।
वो कसमे-वादे ;मर जाएंगे तेरे बिना कहने वाले,
मेरे दिल की बस्ती उजाड़ किसी ओर के सजाने चल दिए। ।
©Deepak Rana
किसी के घर सजाने चल दिए।
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