चाय सी मोहब्बत से सुबह शाम मिलने जाती हूं,
मैं लगाकर इसे लबों से अधूरी मोहब्बत निभाती हूं,
मैं उम्मीद से कहीं बढ़कर इसके साथ वक्त बिताती हूं,
अपनें व्यस्त जीवन में इसे ही हर पल याद करती हूं,
राहों में भी अक्सर मैं देख इसे रूक जाती हूं,
ये मेरी इश्क़ सी चाय को मैं अपनी चाह बताती हूं।
©Meenakshi
#chai