संविधान के निर्माता
बाबा साहब, आपका नमन,
आपने लिखा हर जन का सपना अमर।
वंचितों की पीड़ा को वाणी दी,
समानता की लौ, जगमगानी दी।
26 नवंबर का वह शुभ प्रभात,
संविधान बना, मिला देश को स्वाभिमान।
हर अधिकार को शब्द दिए,
हर इंसान को मान दिए।
दबी आवाज़ों को मंच दिलाया,
सत्ता का असली अर्थ समझाया।
धर्म, जाति, लिंग की दीवारें तोड़ीं,
नई सुबह की राहें जोड़ीं।
कलम आपकी थी जैसे मशाल,
जो बुझा सके, न ऐसा रहा कोई सवाल।
संविधान के पन्नों में आपका नाम,
हमेशा रहेगा, भारत का अभिमान।
धन्यवाद, बाबा साहब, हर पीढ़ी कहेगी,
आपकी मेहनत सदा अमर रहेगी।
आपने जो दिया, वह अमूल्य खजाना है,
भारत के दिल में, आपका घराना है।
बाबा साहब आपका धन्यवाद
आप देश को संविधान दे गए
वंचित पीड़ित लोगों को अधिकार दे गए।
26 नवम्बर 1949 को सविधान बनकर तैयार हुआ
राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री
©Writer Mamta Ambedkar
मोटिवेशनल कविता इन हिंदी