सामर्थ्य भी पराजित होता है, यदि उसका आधार अधर्म हो.…
यकीन ना हो तो द्रोणाचार्य, भीष्म और कर्ण को ही देख लो.…
नेक कार्य निरंतर करते रहें......
कोई आपका सम्मान करे या न करे....
आपकी अंतरात्मा सदा आपको सम्मानित करेगी....
इससे बड़ा सुख जीवन में और कुछ नहीं है....
©Kumar Rain
*सामर्थ्य भी पराजित होता है,