मैं गया गुलाबों के शहर -२
तेरे सजदे मे गुलाब लाने
मै लौटा तो मेरे साथ गुलाब नही पुरे बाग चल रहे थे
मुझ से किसी ने पुछा वो कौन है-२
जिसके लिए एक दो नही ,पुरे गांव लिये जा रहे हो
मैंने बोला वो हुस्न - ए - मल्लिका है
उसे एक दो या गांव नही , पुर जहां दे दु तो भी कम है
©flute family
happy Rose day